Studies on Genetic Divergence for Fodder Yield and Its Contributing Traits in Oat (Avena Sativa L.)
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Sardar Vallabh Bhai Patel University of Agriculture & Technology, Meerut
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शोि-शीिषक : जई (एिेना सैवटिा एल.) में चारे की उपज के वलए आनुिांवशक विचलन और इसके योगदान देने िाले लक्षणोां पर अध्ययन
िर्षमान जाांच“ चारे की उपज के वलए आनुिांवशक विचलन और जई( एिेना सैवटिा एल ).में इसके योगदान देने िाले लक्षणोां पर अध्ययन ”
की गई; सरदार िल्लभभाई पटेल कृवि और प्रौद्योवगकी विश्वविद्यालय, मेरठ के फसल अनुसांिान केंद्र में रबी 2023-24 के दौरान
आनुिांवशक विचलन विश्लेिण के र्हर् जई के अड़र्ीस विविि जीनोटाइप शावमल हैं। लक्षणोां के वलए ररकॉर्ष और सांकवलर् अिलोकन
जैसे वक 50% फूल आने के वदन, पौिे की ऊांचाई, प्रवर् पौिे वटलर की सांख्या, पत्ती क्षेत्र, पुष्पगुच्च की लांबाई, प्रवर् पुष्पगुच्च हरी फली
की सांख्या, र्ने की पररवि, प्रवर् पौिे पवत्तयोां की सांख्या, पत्ती-र्ने का अनुपार्, प्रवर् पौिे सूखे चारे की उपज और प्रवर् पौिे हरे चारे की
उपज। आनुिांवशक मापदांर्ोां के विवभन्न अनुमान प्राप्त करने के वलए कांप्यूटर की मदद से आांकड़ोां का साांख्यख्यकीय और बायोमेवटिक
रूप से विश्लेिण वकया गया। विचरण के विश्लेिण से सभी लक्षणोां के वलए जीनोटाइप में काफी अांर्र सामने आया, जैसे वक 50% फूल
आने के वदन, पौिे की ऊांचाई, प्रवर् पौिे वटलर की सांख्या, पत्ती क्षेत्र, पुष्पगुच्च की लांबाई, प्रवर् पुष्पगुच्च हरी फली की सांख्या, र्ने की
पररवि, प्रवर् पौिे पवत्तयोां की सांख्या, पत्ती-र्ने का अनुपार्, प्रवर् पौिे सूखे चारे की उपज और प्रवर् पौिे हरे चारे की उपज पत्ती र्ना
अनुपार्, प्रवर् पौिे सूखे चारे की उपज और प्रवर् पौिे हरे चारे की उपज के वलए जीनोटाइवपक और फेनोटाइवपक वभन्नर्ा गुणाांक उ
देखा गया, वजसने सांकेर् वदया वक चयन के माध्यम से इन लक्षणोां के सांबांि में महत्व की गुांजाइश है। प्रवर् पौिे वटलसष की सांख्या, पत्ती
क्षेत्र, पुष्पगुच्च की लांबाई, प्रवर् पुष्पगुच्च हरी फवलयोां की सांख्या, प्रवर् पौिे पवत्तयोां की सांख्या, पत्ती र्ना अनुपार्, प्रवर् पौिे सूखे चारे की
उपज और प्रवर् पौिे हरे चारे की उपज के वलए अनुमावनर् उ आनुिांवशक प्रगवर् के साथ उ आनुिांवशकर्ा, इन लक्षणोां के वलए
योगात्मक जीन प्रभािोां की अविकर्ा को इांवगर् करर्ी है और इसवलए प्रभािी चयन के वलए उपयोगी सावबर् हो सकर्ी है। हरे चारे की
उपज ने जीनोटाइवपक और फेनोटाइवपक दोनोां स्तरोां पर 50% फूल आने के वदनोां, पौिे की ऊांचाई, पत्ती क्षेत्र, पुष्पगुच्च की लांबाई, प्रवर्
पुष्पगुच्च हरी फवलयोां की सांख्या, पथ गुणाांक विश्लेिण ने प्रवर् पौिे सूखे चारे की उपज, पौिे की ऊांचाई और पैवनकल की लांबाई का
प्रवर् पौिे हरे चारे की उपज में उ सकारात्मक और प्रत्यक्ष योगदान प्रदवशषर् वकया, वजससे सांकेर् वमलर्ा है वक उपयुक्त चयन
कायषक्रम प्रवर् पौिे सूखे चारे की उपज, पौिे की ऊांचाई और पैवनकल की लांबाई जैसे लक्षणोां पर ध्यान केंवद्रर् करने के लायक होगा जो
हरे चारे की उपज को सीिे वनयांवत्रर् करर्े हैं। महालनोवबस र्ी2 साांख्यख्यकी के माध्यम से आनुिांवशक विचलन के विश्लेिण ने जीनोटाइप
के बीच काफी आनुिांवशक विवििर्ा वदखाई। अड़र्ीस जीनोटाइप को 5 क्लस्टरोां में समूहीकृर् वकया गया। क्लस्टर III (12 जीनोटाइप )
और क्लस्टर I (10 जीनोटाइप )में जीनोटाइप की अविकर्म सांख्या है। इसने पररकल्पना की वक एक विशेि क्लस्टर के भीर्र समूहीकृर्
जीनोटाइप कमोबेश आनुिांवशक रूप से एक दूसरे के समान थे और स्पष्ट व्यापक विवििर्ा मुख्य रूप से शेि जीनोटाइप के अन्य
क्लस्टरोां में विर्ररर् होने के कारण थी। विवभन्न क्लस्टरोां के बीच अांर्र क्लस्टर दूरी ने क्लस्टर II (2.416) के वलए अविकर्म अांर्र
क्लस्टर दूरी प्रदवशषर् की और क्लस्टर IV (1.979) के वलए सबसे कम अांर्र क्लस्टर दूरी दजष की गई। सबसे अविक अांर्र-समूह दूरी
इसके जीनोटाइप के बीच व्यापक आनुिांवशक विवििर्ा के कारण थी। अांर्र-समूह दूरी के वलए कम मूल्य वदखाने िाले एक ही क्लस्टर
के जीनोटाइप को पार करके अच्चे अलगाि विकवसर् करने की सांभािना बहुर् कम है। इसवलए, बड़े अांर्र-समूह दूरी द्वारा अलग वकए
गए क्लस्टर के जीनोटाइप के बीच क्रॉस करने का प्रयास करना र्कषसांगर् होगा। क्लस्टर के भीर्र कम विवििर्ा और मार्ा-वपर्ा का
चयन एक विशेि चररत्र के वलए उ माध्य होने से उ उपज देने िाली जई की वकस्ोां को आगे विकवसर् करने के वलए भी उपयोगी
हो सकर्ा है। क्लस्टर II और IV (8.064) के बीच अविकर्म अांर्र-समूह दूरी सामने आई, उसके बाद क्लस्टर II और III (5.920), क्लस्टर I और IV (5.495), क्लस्टर IV और V (5.220), क्लस्टर II और V (4.600) और क्लस्टर I और II (3.840) का स्थान रहा। यह
स्पष्ट रूप से इांवगर् करर्ा है वक इस क्लस्टर में शावमल जीनोटाइप में आनुिांवशक विवििर्ा का व्यापक स्पेक्ट्िम है और चारा उपज में
सुिार के वलए चारा जई के सांकरण कायषक्रम में इसका बहुर् अच्चा उपयोग वकया जा सकर्ा है। सबसे कम अांर्र-समूह दूरी क्लस्टर I और V (2.395) के बीच थी।सबसे कम अांर्र क्लस्टर दूररयाां दशाषर्ी हैं वक इन क्लस्टरोां के जीनोटाइप में घवनष्ठ सांबांि था और इसवलए, सांकरण कायषक्रम में इनके इस्तेमाल पर जोर नहीां वदया जा सकर्ा है। सबसे अविक वभन्न क्लस्टरोां से सांबांविर् मार्ा-वपर्ा का सुझाि
देने िाले क्रॉस से अविकर्म वििमर्ा और आनुिांवशक िास्तुकला की व्यापक पररिर्षनशीलर्ा प्रकट होने की उम्मीद की जाएगी। इस
प्रकार क्लस्टर II SFO-1, JHO-851, SKO-224 और JO-2 के आनुिांवशक रूप से विविि जीनोटाइप और क्लस्टर IV SKO-96, RO-11 - 1, RO-19 और HFO-427 के बीच क्रॉस उ वििमर्ा प्रदवशषर् करर्े हैं और िाांविर् लक्षणोां के साथ नए पुनः सांयोजक उत्पन्न करने
की भी सांभािना रखर्े हैं और जई सुिार कायषक्रम में पुरस्कृर् और प्रभािी हो सकर्े हैं। र्ने की पररवि के प्रवर्शर् योगदान के बाद
प्रवर् पौिे सूखे चारे की उपज, 50 % फूल आने र्क के वदन, प्रवर् पौिे हरे चारे की उपज, पौिे की ऊांचाई, प्रवर् पुष्पगुच्च में हरी फवलयोां
की सांख्या और पुष्पगुच्च की लांबाई ने आनुिांवशक विचलन में सबसे अविक योगदान वदया। शेि लक्षणोां ने आनुिांवशक विचलन में बहुर्
कम योगदान वदया या वबल्कुल भी योगदान नहीां वदया।